हिमाचल के वरिष्ठ लेखकों द्वारा लिखी गई कहानियों को प्रकाशित करने के हमारे पायलट प्रोजेक्ट, एक नए विचार की सफलता का परिणाम 2022 में ‘हिमाचल के रंग – कथा पच्चीसी’ नामक संकलन के प्रकाशन के रूप में सामने आया। यह कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट दवारा एक नयी परियोजना थी की वरिष्ठ लेखको की कहानियाँ बच्चो तक पहुंचे। इसी क्रम में, हमने चालीस वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ लेखकों के लिए एक और प्रतियोगिता की योजना बनाई और इस बार यह नियम रखा की वह युवा पाठकों केलिए बाल कथाएँ लिखे। एक लेखक की सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति उसकी कहानियाँ और उसके शब्द होते हैं, इस प्रकार वह अपने पहले पाठको को आलोचकों के रूप में स्वीकार करता है। हम उन सभी लेखकों के आभारी हैं जिन्होंने अपनी कहानियाँ हमारे साथ साझा कीं। इनमें से अधिकांश कहानियाँ हिमाचल की अनूठी झलक पेश करती हैं और साथ ही राज्य के अद्भुत लेखकों से भी परिचय कराती हैं।
प्रतियोगिता में कुल 34 कहानियाँ प्राप्त हुईं, जिनमें से जूरी सदस्यों ने सर्वश्रेष्ठ 31 कहानियों का चयन किया। जो कहानियाँ शामिल नहीं की गईं, उनका मुख्य कारण यह था कि वे बच्चों और युवा पाठकों के लिए उपयुक्त नहीं थीं। जूरी सदस्यों में पूर्व वरिष्ठ पत्रकार आलोक सिंह, टेरी में शिक्षा और युवा सशक्तिकरण के वरिष्ठ फेलो और क्षेत्र संयोजक तारू मेहता, और नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया के संपादक डॉ. लालित्य ललित (ललित किशोर मंडोरा) शामिल थे। प्रतियोगिता की अखंडता और पूर्ण पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कहानियों को केवल कोड संख्या दी गई, ताकि उनका निष्पक्ष मूल्यांकन किया जा सके। हम अपने स्वतंत्र निर्णायक मंडल के सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने इन सुन्दर कहानियों को पढ़ने के लिए समय निकाला तथा उन्हें चुनने का कठिन कार्य किया।
हम अपने सभी प्रतिभागियों के आभारी हैं कि उन्होंने हमारे साथ अपनी अद्भुत कहानियाँ साझा करने के लिए समय निकाला ताकि हमारे युवा पाठकों के लिए कहानियों का एक सुंदर संग्रह प्रकाशित किया जा सके। सभी लेखक बधाई के पात्र हैं। बहुत जल्द आप इस पुस्तक को ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित और रिलीज़ होते देखेंगे। हमें यह बताते हुए ख़ुशी है की इस बार स्वतंत्र प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से इस संकलन को प्रकाशित किया जायेगा।
परिणाम वर्णानुक्रम में: