
जवानी को कर रहा खोखला
स्कूल कालेज सब जकड़े इसने
गांव अछूते नहीं रहे अब
गली मोहल्ले भी पकड़े इसने
माता पिता में बड़ी लाचारी
कैसे होगी यह दूर बीमारी
दीमक लगी हुई है सारे
बर्बाद कर दिए युवा हमारे
नशा बडे किया करते थे पहले
अब बच्चे भी इसके लिए हैं लड़ रहे
खाने को बेशक कुछ न मिले
चिट्टा खाने के लिए हैं मर रहे
जिम्मेवारी से अपनी हम
दूर क्यों भाग रहे है सारे
कहां गए वो संयुक्त परिवार
कहाँ गए संस्कार हमारे
पैसे के लालच में हम सब
नशे में इनको झोंक रहे
अपने ही बच्चों की पीठ में
खंजर क्यों हम घोंप रहे
जहां भी देखो अजब तमाशा
रोज़ दिखाया है जाता
कहीं भागता फिरता छुपता
चिट्टे में है पकड़ा जाता
पैसे के लिए मेरे देश मे क्यों
आदमी इतना नीचे है गिरता
युवा चिट्टे की तलाश में
क्यों मारा मारा है फिरता
मौत का सौदागर बन कर
घूम रहा है इधर उधर
बस्ती बस्ती नुक्कड़ नुक्कड़
बच कर जाएं कहाँ किधर
हम सब क्यों चुप हैं बैठे
आग यह घर तक आएगी
तमाशा देख रहे हैं सारे
घर को अपने भी जलायेगी
युवा पीढ़ी पर करो उपकार
एक काम कर जाओ तुम
सौदागर चिट्टे के जो घूम रहे
बस उनको सबक सिखाओ तुम