भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश ।
कितना प्यारा कितना पवित्र
है राखी का त्यौहार
एक कच्चे धागे में बंध जाता
जन्मों का भाई-वहिन का प्यार ।
जब कोई भाई अपनी वहिन को
दे देता है कोई उपहार
देती हैं वहिनें अपने भाई को
दुआएं हजारों हजार ।
बेसब्री से रहता है भाई वहिन को
इस पवित्र दिन का इंतजार
बांध के राखी भाई की कलाई पर
वहिनें लुटाती हैं अपना प्यार ।
सदियों से चली आ रही
हमारे देश में यह रीत
जान जाये पर वचन न जाये
कह गये यहां ऋषि-मुनि मीत।
इस दिन वहिनें सज-धजकर
आती हैं भाई के पास
रखती है वहिनें अपने भाई से
जीवन में अनेकों आस।
भाई वहिन के रिश्ते की
रखना प्रभु जी तुम लाज
जीवन में कभी भाई- वहिन
आपस में हों नहीं नाराज।
भाई-वहिन का प्यार हमेशा
महकता रहे संसार में
और भी प्यार बढ़े भाई-वहिन में
इस राखी के त्यौहार में ।