राजेश पाल की लिखी आक्रोश और प्रतिरोध की कविताएँ – पुस्तक समीक्षा
महेश पुनेठा
जीवन के अनुभवों से पैदा हुई गहरी पीड़ा और छटपटाहट उनकी कविताओं में अभिव्यक्त होती है, क्योंकि वह दृष्टा के अलावा भोक्ता भी...
मां : डॉ. कमल के प्यासा की कविता
प्रेषक : डॉ. कमल के . प्यासामां,अम्मा,अम्मी,मम्मी या माममाता,मैया, माई या माऊहर शब्द में छिपी है ममता तेरी मांतुम्हें किस नाम से पुकारूं...
डॉ. कमल के. प्यासा की कलम से ‘शक्कर खोरा’ का अद्वितीय परिप्रेक्ष्य
उसकी दाढ़ी के बाल लम्बे लम्बे व उलझे हुवे हैं। शकल सूरत व बोलचाल से वह यू पी बिहार का लगता है। वह जहां...
मुख्यमंत्री ने किया विद्यासागर भार्गव रचित कविता संग्रह का विमोचन
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां विद्यासागर भार्गव द्वारा रचित कविता संग्रह ‘मेरी तुम्हारी कहानी, कविता की जुबानी’ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने...