जज़्बात और एहसास: डॉ. जय महलवाल (अनजान)
डॉ. जय महलवाल (अनजान)तुमने जब-जब, मेरा साथ दिया, एक प्यारा सा मखमली, एहसास दिया। रहे तुम दिल के करीब हमेशा, मेरा अपना बनकर, लेकिन...
वो: डॉक्टर जय महलवाल
वो जब आते हैं,ख्वाबों में,खयालों में,क्यों,लूट ले जाते हैं,दिल का चैनों अमन,और,हम खो जातें हैं,मय के प्यालों में,वो,जब मिल के बिछुड़ जातें है,तो यूं...