पारुल अरोड़ा
विश्व को योग का ज्ञान दिया भारत ने,
योग का दान दिया भारत ने।
सिखलाएं योग के आठ अंग,
यम,
नियम,
आसन,
प्राणायाम,
प्रत्याहार,
धारणा,
ध्यान,
समाधि।
किंतु,
पश्चिम में आगमन के साथ ही,
योग में जुड़ गया,
उपभोक्तावाद का लोलुप मन
योग कहलाने लग गया है योगा,
पहनते ही पश्चिमी चोगा।
तिलांजलि दे कर,
महर्षि पतंजलि के समझाएं आठ अंगो को,
चुन लिया पश्चिमी उपभोक्तावाद के नियमों को।
योगा मैट,
योगा पेंट,
योगा टाॅप,
योगा बेलट,
योगा ब्लाॅक,
योगा रिंग,
योगा साॅक्स,
योगा टावल।
वर्तमान में ये ही सब रह गई है,
योगा करने की अनिवार्यता केवल।