विश्व मानवतावादी दिवस पर विशेष
डॉ. कमल के. प्यासामानवतावादी शब्द मानव से जुड़ा एक संयुक्त शब्द है। अर्थात ऐसा व्यक्ति जो कि मानव के हर दुख दर्द को जनता हो,...
जनाना री रोटी (पहाड़ी संस्करण): रणजोध सिंह
सारा पंडाल दर्शकां या फेरी भक्तजना ने पुरी तरह भरीरा था| स्वामी जी चिट्टे कपड़े पैनी ने, मथे पर चंदन-रोलीया रा टीका लगाई ने...
समस्या: डॉo कमल केo प्यासा
प्रेषक : डॉ. कमल के . प्यासाये समस्या है ,सब को ठन रही हैसमझता है हर कोईउलझन बड़ रही है,सिसकता रोताआंसू बहता ,बेचारा...
ग़ज़ल: मानवता पर डॉo कमल केo प्यासा के विचार
आदमी को आदमी ही खाने लगा है ?लहू अपना ही खुद शर्माने लगा है !महज़ के नाम पर उठती हैं लाठियां !ईमान इतना डगमगाने...