Tag: bards of hills
जीवन एक पहेली — कोमल
कोमल, बीएससी मेडिकल, 1st ईयर, बैजनाथ गवर्नमेंट कॉलेज
जीवन एक पहेली है,
संघर्ष इसकी सहेली है।
मंजिलों तक उड़ाने हैं
गगन की और निगाहें आसान नहीं होती
कभी रास्तों से मुलाकाते हैं
थम जाए वह हौसले नहीं...
न होने में होने की संभावनाओं को देखती कविताएं — जीने के लिए ज़मीन
एक कविता लिखने में पहला कदम लिखने के लिए एक विषय का निर्धारण करना होता है, यह तय करना काफी मुश्किल है कि आप क्या लिखना चाहते हैं, या अपनी किन...
अँधेरा है कुछ पहर — कोमल
कोमल, बीएससी मेडिकल, 1st ईयर, बैजनाथ गवर्नमेंट कॉलेज
अँधेरा है कुछ पहर
चलना है अभी रास्तों पर
जल कर चमकना है
सूरज जैसा बनना है.......
अंधेरों में भी अब
चाँद जैसा तुझे दिखना है
खुद की तालाश...
मासूम चाहतें — नीलम भट्ट
https://youtu.be/CgibtK5vPrQ
Neelam Bhatt, born in Delhi, but originally from Uttarakhand has spent her formative years in her hometown, she then came back to Delhi and has been living here since.
She has been...
सोचता हूं किस पर क्या लिखूं — भीम सिंह
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
सोचता हूं किस पर क्या लिखूं
हर एक यहां परेशान है
सारे जहां में घूम कर देखा
सुखी दिखा नहीं इन्सान है।
कोई दुखी अपने पड़ोस से
कोई...
बहती नदिया — भीम सिंह
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
बहती नदिया से मैने पूछा
कहां तुम्हारी मंजिल है
धैर्य दृढ़ता से वह बोली
जाना जहां समन्दर है।
मंजिल तुम्हारी दूर बहुत है
कैसे वहां तक...
पेड़ों के झुरमुट से — भीम सिंह
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
पेड़ों के झुरमुट से
जो मैंने चांद को देखा
दिल धड़का, दिल धड़का,
दिल धड़कता ही रह गया
उसका वो प्यारा सा चेहरा
चैन छीन ले गया मेरा
यह...
मेरा दोस्त — भीम सिंह
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश ।
हम दो यार थे
मित्र सदाबहार थे
फौज में इकट्ठे आए थे
हँसते खेलते दिन बताये थे
जब मैं छुट्टी घर आता था
दोस्त के घर जरूर...
ज़िंदगी से बड़ा उस्ताद कोई नहीं! — नीलम भट्ट
https://www.youtube.com/watch?v=zznUzI4dM5E
Living in the hustle and bustle of a big city, Neelam hasn't lost touch with her inner world and that is evident from her poems. The ability to see beauty in...
The Best Gift I Can Give Myself — Lavanya Muni
Lavanya Muni, Class 6, Army Public School, Mhow, Indore
Sometimes I feel guilty about the things I did,
Things of which I can't get rid.
Sometimes I feel guilty about the things I didn't...
शब्द… — नीलम भट्ट
https://www.youtube.com/watch?v=1sTpFLTEbpg
Living in the hustle and bustle of a big city, Neelam hasn't lost touch with her inner world and that is evident from her poems. The ability to see beauty in...
व्यक्तित्व विकास के महत्वपूर्ण पहलू — सीताराम शर्मा सिद्धार्थ
सीताराम शर्मा सिद्धार्थ, शिमला
मनुष्य वास्तव में विचारों का एक पुंज है। विचार व्यवहार में झलकते हैं । शरीर की सुंदरता से अधिक महत्वपूर्ण है भीतरी सुंदरता और यह सुंदरता हमारे अच्छे...