December 3, 2024

Tag: writing tips

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दो सहेलियाँ — रणजोध सिंह

रणजोध सिंह बहुत कम लोग होते हैं जो अपने बचपन के दोस्तों के साथ ताउम्र रिश्ता बनाये रखते हैं, खासतौर पर लडकियाँ | लेकिन पाखी...

गणित दोस्ती का — रणजोध सिंह

रणजोध सिंह अंकित रात भर सो ना पाया था | मस्तिष्क में स्मृतियाँ किसी चल चित्र की भांति चल रही थीं | उसने देखा राजू...

Persistence, Feelings & Expression Are Necessary to Become a Writer

https://youtu.be/-OcDvUacXTIAfter years of experience as an accountant and an auditor with the Himachal Pradesh Tourism Development Corporation, Ranjodh Singh finally found his calling when...

रोटी माँ के हाथ की — रणजोध सिंह

रणजोध सिंह श्यामली के बार-बार समझाने पर भी उसका पति निखिल अंतिम समय तक अपने बुजुर्ग माँ-बाप को यह न बता पाया कि वह सदा-सदा...

संतुलन — रणजोध सिंह

रणजोध सिंह शिमला जैसे सर्द शहर में, सर्दी की परवाह किये बगैर विनय अपने कमरे में बठकर कंप्यूटर के साथ माथा-पच्ची कर रहा था जबकि...

आचरण — लघु कथा; रणजोध सिंह

रणजोध सिंहउस दिन स्कूल में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह था, प्रधानाचार्य राम प्रकाश जी ने ओजस्वी भाषण देते हुए स्पष्ट किया, “लोग हमारी बातों...