September 18, 2024

आज़ादी की पहली सुबह

Date:

Share post:

डॉ. जय महलवाल

डॉ. जय महलवाल, राजकीय महाविद्यालय, बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश

बहुत याद आती है वो आज़ादी की पहली सुबह,
15 अगस्त 1947 को था जब भारत में तिरंगा फहराया।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सब बने थे भाई भाई,
अपनापन था झलक रहा सब में कोई नहीं था पराया।।

अपनों से बिछड़ जाने के थे दर्द बड़े-बड़े,
ना चाह कर भी देश के दो टुकड़े थे करने पड़े।
दो कौमों को आपस में लड़ा कर फिरंगी थे खुश बड़े,
ऐसी लूट मची थी उस वक्त कुछ थे हिंदुस्तान तो कुछ थे पाकिस्तान में पड़े।।

15 अगस्त 1947 से पहले की सुबह थी बहुत काली,
डर से थे कुछ कांप रहे तो कुछ मांग रहे थे पानी।
किसी ने बहुत चालाकी और चतुराई से,
थी दो कौमों को जुदा करने की साजिश रच डाली।।

दो टुकड़े करके हिंदुस्तान के,
लोगों के बीच थी लड़ाई करवा डाली।
किसी के उजड़ गए आशियाने तो किसी ने दी अपनी कुर्बानी,
फिर वो आजादी की पहली सुबह बनी थी सुहानी।।

कहे “जय” अपनी सोच को ऐसा बनाएं,
खुशहाल हो भारत अपना ऐसा अपना देश बनाएं।
आजाद तो हैं हम पर मानसिक गुलामी से भी आजाद हो जाए,
जात पात धर्म का भेदभाव छोड़कर आओ इंसान हो जाएं।।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

Shimla – District Level Under-14 Girls Sports Competition at Rampur

The four-day district level under-14 girls sports competition organised at Padma Government Senior Secondary School, Rampur was inaugurated...

Himachal – “Swabhaav Swachhata, Sanskar Swachhata” Theme Launched

Under the state level cleanliness campaign "Swachhata Hi Seva 2024" the theme "Swabhaav Swachhata, Sanskar Swachhata" was launched...

Himachal Pradesh – Initiatives to Reform Education System

While presiding over a meeting of the Education Department here today, Chief Minister Thakur Sukhvinder Singh Sukhu said...

सुंदरनगर में जाइका वानिकी परियोजना के तहत विशेषज्ञों की कार्यशाला

हिमाचल प्रदेश वन अकादमी सुंदरनगर में जाइका वानिकी परियोजना के प्रतिनिधियों के लिए प्रशिक्षण की पाठशाला चली। यहां...