Giving Wings to Children’s Creativity through मीमांसा: Children’s Literature Festival, Shimla — Dr Pankaj Lalit
Last date of Submission for entries is 8 March, 2023.
Language & Culture Department, HP in Collaboration with Keekli Charitable Trust is proud to organise...
काबिल बहु
रणजोध सिंहसलमा का बड़ा बेटा आरिफ दस-जमा-दो करने के पश्चात एक निजी कंपनी में सुरक्षा कर्मचारी के रूप में कार्यरत हो गया था |...
Do Not Fear Failure — Author Mukul Sheopory Advises Cottonians
"Don’t fear failure as this is how we learn best.Students of Bishop Cotton School, Shimla were given a creative writing session by an American...
इतनी सी हमदर्दी — रणजोध सिंह
रणजोध सिंह
संध्या अपने रोते-बिल्खते नन्हे शिशु को किसी तरह नौकरानी के हवाले कर, हांफते हुए बस-स्टैंड पहुँची, परन्तु बस पहले ही निकल चुकी थी...
चांटा — प्रो. रणजोध सिंह
प्रो. रणजोध सिंह
जोगी उम्र के उस पड़ाव पर था जहाँ पर बच्चे सारा दिन मस्ती करने के पश्चात घर आकर माँ-बाप पर रौब जमाते...
लाडला टीटू — रणजोध सिंह
रणजोध सिंहसाधारण परिवार से संबंध रखने वाले टीटू के पिता जी लोहार का कार्य करते हुए किसी तरह घर की दाल-रोटी चला रहे थे...