भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश

सोचता हूं किस पर क्या लिखूं
हर एक यहां परेशान है
सारे जहां में घूम कर देखा
सुखी दिखा नहीं इन्सान है।

कोई दुखी अपने पड़ोस से
कोई दुखी परिवार से
कोई दुखी समाज से
कोई दुखी सरकार से ।

किसी का शरीर वैसा नहीं
किसी के पास पैसा नहीं
कोई महल होते रो रहा
कोई अधनंगा धरती पर सो रहा।

कोई पेट से भूखा है
कहीं कपडा न जूता है
कोई बड़ा हो या छोटा
किसी न किसी कारण है रोता।

 

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