उन्होंने कहा कि 2014 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम शुरू किया गया, जिसके तहत देश भर के प्रसिद्ध व्यक्तित्व को शामिल किया गया ताकि पूरे देश ने स्वच्छता को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि पूरे देश ने स्वच्छता में बढ़चढ़ कर भाग लिया, जिसका परिणाम निकला कि गांव गांव में शौचालय का निर्माण किया गया, सफाई व्यवस्था सुदृढ़ हुई, लोग स्वयं स्वच्छता के प्रति जागरूक हुए। मिशन के अंतर्गत अलग अलग विभागो द्वारा विभिन्न प्रकार की पहल शुरू की।
इसी तर्ज पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कायाकल्प इनिशिएटिव कार्यक्रम को शुरू किया गया। हिमाचल प्रदेश में कार्यक्रम का शुभारंभ आज आईजीएमसी से शुरू किया गया। आईजीएमसी प्रदेश का स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रमुख संस्थान है। उन्होंने कहा कि पहल का उद्देश्य भारत में स्वच्छता को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता बढ़ाना है। कार्यक्रम इस क्षेत्र में कारगर साबित होंगा। उन्होंने कहा कि कायाकल्प कार्यक्रम के तहत विभिन्न थीम्स पर कार्य किया जायेगा, जिसमे अस्पताल/सुविधा रखरखाव, स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, समर्थन सेवाएं, स्वच्छता संवर्धन आदि शामिल है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी कार्य से मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने के लिए विधायक निधि से 5 लाख रुपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर आईजीएमसी प्रधानाचार्य डॉ सीता ठाकुर, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज, डॉ राहुल गुप्ता एवं अन्य प्राध्यापकगण व कर्मचारी उपस्थित थे।
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