कैसे-कैसे लीला रचाता है
नटखट कान्हा देखो कैसे मुस्कुराता है,
पैरों में घुंघरू बांध देखो कैसे इतराता है,
गोपियों को देखो कैसे,
प्यारी प्यारी मुरली सुनाता है,
मुरली की धुन पर देखो, गोपियों को कैसे-कैसे नचाता है,
सिर पर देखो कैसे,
प्यारा सा मोर पंख लगाता है,
दूध दही का इतना दीवाना, देखो कैसे-कैसे मटकी फोड़ने आता है,
वृंदावन की गलियां देखो, कैसे-कैसे अपने भक्तों का मन बहलाता है,
अपने मैया से करता है इतना प्यार,
उसकी डांट खाने से देखो, बिल्कुल भी नहीं घबराता है,
नटखट कान्हा देखो,
कैसे कैसे अपनी लीला रचाता है,
गोवर्धन पर्वत को देखो कैसे, अपनी उंगली पर उठाता है,
अपनी बाल लीला से देखो, कैसे पूतना को हराता है,
देखो इस संसार में कैसे अपनी लीला रचाता है,
कंस मामा का वध करके, देखो सारे लोगों को कैसे, उसके अत्याचारों से बचाता है,
अर्जुन का सारथी बन के, देखो कैसे महाभारत के,
युद्ध में कौरवों को हारता है,
कैसे-कैसे देखो दुनिया को, गीता का उपदेश पढाता है,
कृष्ण कन्हैया देखो, कैसे-कैसे अपनी लीला रचाता है,
आज सारा जग देखो कैसे, जन्माष्टमी धूमधाम से मानता है।
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