कतारबद्ध बैठी हैं वे तीनों
एक साथ अगल बगल एक दूजे के
आज यूनिफॉर्म में नहीं हैं
एक ने पहनी है
जींस टॉप और ट्रैकसूट का अपर
दूसरी ने सादा सा सलवार सूट
असल में उसके पास घर में
यही सबसे बढ़िया पोशाक है
तीसरी ने स्लीवलेस लंबी फ्रॉक और स्लैक्स
आज बारिश हुई है
पहाड़ी इलाका है
मौसम कोई भी हो
एक ही बारिश से किसी भी
मौसम में ठंड हावी हो जाती है
आखिर ये उसका इलाका है।
बाकी मौसम यहां कुछ दिन के मेहमान हैं
लेकिन ठंड सदाबहार।
स्लीवलेस फ्रॉक वाली लड़की
रह रह कर हाथ मल रही है
उसकी आंखें बेचैन सी तड़प रही हैं
उसके साथ वाली
लड़की उसकी बेचैनी भांप
उसका हाथ थाम लेती है
हौले-हौले उसे अपने हाथों से सहलाती है
जींस टॉप वाली अच्छी खिलाड़ी है
पढ़ाई पर कम शरारतों में अधिक ध्यान लगाती है
सादा सूट वाली पर घर के काम की जिम्मेदारी है, वह घर की बड़ी लड़की है
स्लीवलेस वाली सांस्कृतिक कार्यक्रम में
बढ़चढ़ कर भाग लेती है
वैसे तीनों ही नाच गाने में सब पे भारी हैं
शरारतें जींस वाली सुझाती है
सूट वाली हरबार उसको बचाती है
स्लीवलेस वाली
खी खी खी खी खी कर
हंसती ही जाती है…
आज हॉल में सन्नाटा है
सामने से प्रधानाचार्य
परीक्षा परिणाम सुना रहे हैं।
कह रहे मैं जिसका नाम न लूं समझ जाना कि इस बार अनुत्तीर्ण है
अगली बार खूब खूब मेहनत लगाना
सूट वाली लड़की ने स्लीवलेस वाली का हाथ छोड़ दिया है
जैसे जैसे सबके नाम लिए जा रहे हैं
उनकी धड़कन बढ़ रही है
सूट वाली रह-रह आंखें मींच
हाथ जोड़ रही है
स्लीवलेस वाली के हाथ ठंडे पड़ रहे हैं
वह उनको बार-बार मल रही है
उसकी बड़ी-बड़ी आंखें
बड़ी कक्षा में पढ़ने वाले
अपने गांव भाई की ओर
संबल के लिए बेबसी से देख रही हैं
जींस वाली आज गंभीर बनी बैठी है
हर नाम पर चौंक कर
उस नाम वाले की ओर देखती है,
कक्षा का अंतिम नाम और रोल नंबर उत्तीर्ण घोषित हो गया है।
कुछ बच्चों के नाम नहीं लिए गए
उनमें ये तीनों भी शामिल हैं…
अविश्वास अपने चरम पर है
जींस वाली हक्की बक्की है
सूट वाली आंखें बंद किए हाथ जोड़े बैठी है
स्लीवलेस वाली रोने-रोने को है
प्रधानाचार्य महोदय प्रेम से
तीनों को खड़े होने को कहते हैं
इस वक्त उनकी टांगों में बल नहीं है
सबसे पहले जींस वाली खड़ी होती है
सूट वाली को बांह पकड़ खड़ा करती है
सूट वाली तीसरी सहेली का ठंडा हाथ
पकड़ती है
तीनों साथ-साथ खड़ी हैं
प्रधानाचार्य ऐलान करते हैं
जींस वाली पूरी कक्षा में तीसरे स्थान पर है
स्लीवलेस वाली दूसरे पर
और सूट वाली पहले पर
तीनों के शरीर में रक्त का संचार होता है
चेहरे पर लाली लौट आती है
तीनों एक दूसरे के गले लगती हैं
स्लीवलेस वाली रो पड़ी है जींस वाली
टॉपर को बधाई दे रही है
प्रधानाचार्य जी समेत सब उनको देख मुस्कुरा रहे हैं
प्रधानाचार्य सबको उनके बारे में बता रहे हैं…
दीप्ति सारस्वत प्रतिमा