पोषण अभियान के तहत बाल विकास परियोजना अधिकारी शिमला शहरी कार्यालय द्वारा आज अग्रवाल धर्मशाला लौंगवुड में पोषण पखवाड़े के समापन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सक्षम गुड़िया बोर्ड की उपाध्यक्ष रूपा शर्मा ने की जबकि कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में नगर निगम महापौर सत्या कौंडल उपस्थित रहीं। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में सक्षम गुड़िया बोर्ड की उपाध्यक्ष ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषाहार के प्रति लोगों को जानकारी व जागरूकता प्रदान करने की अपील की। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोषण अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों की भरपूर सराहना भी की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य समाज की परिकल्पना को साकार करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा समाज की प्राथमिक इकाई में कार्य किया जाता है, जो आने वाले भविष्य को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम नवरात्रों के पावन अवसर पर आयोजित किया जा रहा है, जो परोक्ष रूप से देवी स्वरूप की अराधना का भी परिचायक रहेगा। उन्होंने कहा कि यद्यपि आज महिलाएं समाज में स्मृद्ध स्थान प्राप्त कर पुरुषों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर कार्य कर रही है फिर भी नारी सम्मान हमारी सनातन संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग रहा है। महापौर नगर निगम सत्या कौंडल ने कहा कि महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में विभाग की गतिविधियां अत्यंत महत्वपूर्ण है। महिलाओं के विकास के लिए विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ महिलाएं उठाएं इसके लिए जानकारी व जागरूकता प्रदान करना आवश्यक है, जिसे ऐसे आयोजनों के माध्यम से विभाग द्वारा प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों को विस्तार प्रदान करने के उद्देश्य से विभागीय गतिविधियों को वार्ड व पंचायत स्तर पर विभाग द्वारा किया जाना सराहनीय है। इस अवसर पर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत 11 बेटियों को उपायुक्त द्वारा हस्ताक्षरित बधाई पत्र व उपहार देकर बेटी जन्मोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर एक बेटी अधविका का जैविक कैक काटकर जन्मदिन भी मनाया गया। पहली बार मतदाता बनी 5 बेटियों को सम्मानित किया गया। अलग-अलग क्षेत्रों मंे उपलब्धियां हासिल करने वाली 5 बेटियों को भी सम्मानित किया गया। पोषण पखवाड़े के अंतर्गत तनु पत्नी सागर की गोद भराई की गई तथा छः माह की आयु पूर्ण कर चुकी 2 बच्चियों काश्वी व दिव्यांशी का अन्न प्राश्च्न कर उन्हें अनुपूरक पोषाहार व संतुलित पौष्टिक आहार लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

इस अवसर पर पोषाहार प्रदर्शनी का मुख्यातिथि व विशिष्ट अतिथि द्वारा अवलोकन भी किया गया, जिसमें विलुप्त हो चुके पोषाहार व्यजंनों को परोसा गया था। जिला कार्यक्रम अधिकारी शिमला वंदना चौहान ने आभार उद्बोधन व्यक्त करते हुए विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान की। उन्होंने आह्वान किया कि हर पात्र लाभार्थी को योजनाओं का लाभ मिले, इसके लिए उन्होंने सभी से सहयोग की अपील की। बाल विकास परियोजना अधिकारी शिमला शहरी ममता पॉल ने बताया कि बाल विकास परियोजना शिमला शहरी इकाई के अंतर्गत पैदा होने वाली प्रत्येक बच्चियों के घर जाकर उन्हें उपायुक्त द्वारा हस्ताक्षरित बधाई पत्र व उपहार प्रदान किए जा रहे हैं तथा महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए स्वयं सहायता समूहों को विभाग द्वारा धन उपलब्ध करवाया जा रहा है ताकि उनकी आर्थिकी को सुदृढ़ किया जा सके। उन्होंने पखवाड़े के संबंध में भी विभिन्न जानकारियां उपलब्ध करवाई। इस अवसर पर बाल कल्याण समिति जिला शिमला की अध्यक्ष अमीता भारद्वाज तथा स्थानीय पार्षद तनुजा चौधरी के साथ-साथ पोषण कार्यकर्ता एवं अन्य कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित थे।

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