भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश ।
मेहनत तेरी रंग लायेगी
अपने पर रख बिश्वास
राह कठिन देख बैठ मत जाना
होकर के तू उदास।
रण उसने ही जीता बंधु
जिसने हिम्मत दिखाई
बहादुर वीरों ने ही आजतक
विजयी पताका फहराई ।
सिह की तरह जो गरजा
उससे डरा जमाना
बुझदिल की तरह जीने से
अच्छा है मर जाना।
सुख चाहता है जीवन में
तो सीधी राह पकड़
वरना टूट कर बिखर जायेगी
एक दिन तेरी सारी अकड़ ।
यहां माटी में मिल गये
बड़े-बड़े बलवान
कर्मों का फल भोगता
यहां हर एक इंसान ।