कीक्ली रिपोर्टर, 30 जून, 2017, शिमला
जिला प्रशासन शिमला द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे महत्वकांक्षी कार्यक्रम ‘पहल’ के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। इस कार्यक्रम के तहत शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए लागू किए जा रहे ‘प्रेरणा’ कार्यक्रम की सफलता की कहानियों को कलमबद्ध कर प्रकाशित किया गया है।
उपायुक्त शिमला रोहन चंद ठाकुर ने आज यहां बताया कि ‘प्रेरणा’ कार्यक्रम के तहत सफलता की कहानियों को कलमबद्ध करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि इसका लाभ अन्य छात्राओं और हितधारकों को भी प्राप्त हो सके।
सफलता की कहानियों में ‘प्रेरणा’ कार्यक्रम के दौरान छात्रों के अनुभव अध्यापकों के अनुभव, अभिभावकों के अनुभव, प्रशासन का दृष्टिकोण तथा अन्य हितधारकों के दृष्टिकोण को बखूबी प्रस्तुत किया गया है।
‘प्रेरणा’ कार्यक्रम की सफलता की कहानियों को अन्य लोगों के लिए भी प्रेरक बनाने के लिए इसे जिला प्रशासन के फेसबुक पेज, बेवसाईट और व्हाट्स ऐप के माध्यम से भी लोगों को उपलब्ध करवाया गया है। न्यू मीडिया के माध्यम से प्रेरणा कार्यक्रम की सफलता की कहानियां निश्चित रूप से अन्य हितधारकों के लिए प्रेरक होंगी।
‘प्रेरणा’ कार्यक्रम का आरम्भ जिला शिमला के 100 केंद्र प्राथमिक पाठशालाओं में किया गया। इसके अंतर्गत जो शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवाई गई वह बहुत ही रोचक, क्रिया कलाप आधारित व सरस थी।क्रिया कलाप जिससे बच्चों में हिन्दी व गणित विषयों की मूल अवधारणाओं का ज्ञान हुआ।बच्चों को अलग-अलग स्तरों एवं समूहों में गतिविधियां करवाने से बच्चों के स्तर में प्रगति हुई।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत अंग्रेजी विषय को भी लिया गया है जिसमें बच्चों के आधारभूत कौशल पर कार्य किया गया है।