राजेश शर्मा, कीक्ली रिपोर्टर, 14 नवंबर, 2017, शिमला

राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने राजभवन में सतलुज जल विद्युत निगम लिमीटेड द्वारा ‘ऊर्जा संरक्षण पर राष्ट्रीय जागरूकता अभियानÓ को बढ़ावा देने के लिए आयोजित राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। यह प्रतियोगिता भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय और ऊर्जा दक्षता द्वारा राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण के राष्ट्रीय अभियान के तहत आयोजित की गई।

आचार्य देवव्रत ने बच्चों से अपने परिवारों, पड़ोसियां और समाज को ऊर्जा दक्षता के महत्व के बारे में शिक्षित करने के लिए आगे आने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ऊर्जा की राष्ट्र े विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है और ऐसे में प्रत्येक नागरिक का यह दायित्व बनता है कि वे ऊर्जा संरक्षण के लिए आगे आए।

उन्होंने विजेता विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी में सृजनात्मक क्षमता होती है, जिसकी अभिभावकों व अध्यापकों द्वारा सराहना की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियों के सकारात्मक परिणाम आते हैं। उन्होंने लोगों का ऊर्जा संरक्षण के प्रति सोच में बदलाव लाने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक स्त्रोत की संख्या सीमित है और इन स्त्रोतों के अन्धाधुध दोहन से बचना होगा तथा इनका विवेकपूर्ण उपयोग किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि बच्चों को अनुशासन, देशभक्ति के मूल्य पढ़ाए जाने की आवश्यकता है ताकि वे एक अच्छे नागरिक बन सकें। उन्होंने अध्यापकों से युवाओं को पर्यावरण संरक्षण व समाज की सेवा के प्रति जागरूक करने का भी आग्रह किया। उन्होंने एसजेवीएनएल का विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियां विशेषकर ऊर्जा संरक्षण में दिए गए योगदान के लिए सराहना की। उन्होंने विद्यार्थियों से और अधिक कठिन परिश्रम करने को कहा ताकि वे जीवन में आने वाली चुनौतियों का सही प्रकार से सामना कर सकें। उन्होंने कहा कि समर्पण व कठिन परिश्रम से ही जीवन में निर्धारित लक्ष्यों तक पहुंचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण पर एसजेवीएनएल की प्रेरणा से राजभवन में ऊर्जा के दुरूपयोग पर नजर रखने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं और इन पगों से एक वर्ष के दौरान आठ लाख रुपये से अधिक की बचत हुई है।

राज्यपाल ने इस अवसर पर प्रतियोगिता में आए प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को क्रमश: 20 हजार रुपये, 15 हजार रुपये व  10 हजार रुपये के नकद पुरस्कार के अतिरिक्त 2500 रुपये प्रति श्रेणी के 10 सांतवना पुरस्कार भी वितरित किए।

एसजेवीएनएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी श्याम सिंह नेगी ने राज्यपाल को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में प्रथम स्तर पर प्रदेशभर के विभिन्न सरकारी स्कूलों के 4,52,371 विद्यार्थियों ने भाग लिया।

उन्होंने कहा कि इस वर्ष दो श्रेणियों में चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। श्रेणी ए में चौथी कक्षा से छठा कक्षा तक तथा श्रेणी बी में सातवीं से नवीं कक्षा तक के विद्यार्थी शामिल थे। उन्होंने कहा कि ए श्रेणी के विजेता दिसम्बर, 2017 में नई दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे।

इस अवसर पर बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।

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