राजेश शर्मा, कीक्ली रिपोर्टर, 5 सितम्बर, 2015, शिमला

गुरू शिष्य की प्राचीन परंपरा समाज निर्माण में बन सकती है मील का पत्थर महाभारत व रामायण काल से चली आ रही गुरू शिष्य की परंपरा आज भी कायम है। गुरू व शिष्य की गाथाएं अब भी प्रासंगिक है। गुरू बिन ज्ञान की गाथा को 21वीं सदी में भी दोहराया जा रहा है। आज भी बेहतर भविष्य की नींव रखने में गुरू शिष्यों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। तभी तो आधुनिक दौर में भी शिष्यों में गुरूजनों के प्रति आपार आदर भाव है। शिक्षक दिवस पर जहां विद्यालयां में अध्ययनरत शिष्यों द्वारा अपने गुरूजनों को सम्मान दिया। वहीं इस दौरान शिक्षक भी अपने गुरूजनों को अवश्य याद करते हैं। शिक्षक दिवस को लेकर शिक्षकों का कहना है कि समाज में गुरूजनों का एक विशेष दर्जा है। गुरू ही स्वयं जलकर समाज को रोशन करता है और एक शिष्य को भविष्य व जीवन का मकसद बताने में उसका मार्गदर्शन करता है।

शिक्षक दिवस इस बार चूंकि जन्माष्टमी के दिन ही है, तो स्कूली बच्चों में एक दिन पूर्व ही शिक्षक दिवस विभिन्न स्कूलों में मनाया गया। सभी बच्चे शिक्षक दिवस को लेकर खासे उत्साहित थे।  सभी बच्चे स्कूल में समय से पहले पहुंच गए और विभिन्न कार्यक्रमों में उन्होंने भाग लिया और शिक्षकों को विभिन्न प्रकार के उपहार भेंट कर उन्हें सम्मान दिया।

 पीएम मोदी से भी रूबरू हुए बच्चे

शिक्षक दिवस पर पूरे देश में मन की बात कार्यक्रम से सभी बच्चे पीएम मोदी से रूबरू हुए। देश के करोड़ों बच्चों ने मोदी के कार्यक्रमों को देखा और सुना। स्कूलों में इस कार्यक्रम को प्रदर्शित करने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए थे। कहीं प्रोजेक्टर लगाए गए थे, तो कहीं टीवी और कहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से  कार्यक्रम को प्रसारित किया गया।

राजधानी स्कूलों में कुछ इस तरह से रही शिक्षक दिवस की धूम

पोर्टमोर में रंगारंग प्रस्तुतियों से दी शिक्षकों को शुभकामनाएं

portmore1राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर में शिक्षक दिवस बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया। विद्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोरी के मन की बात कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया। उसके बाद छात्रों ने शिक्षक दिवस के अवसर पर शानदार कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस मौके पर बड़ी सं या में छात्राएं, अध्यापक, एसएमसी प्रधान  सीमा चौहान व प्रबंधन समिति के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य निशा भलूनी द्वारा केक काटकर किया गया तथा छात्राओं ने अध्यापकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी व प्रण लिया कि हम शिक्षकों के दिखाए गए मार्ग पर चलने का प्रयास करेगी तथा उनके मार्गदर्शन में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करेगी।

इस अवसर पर छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया जिसमें अध्यापकों के लिए कई रोचक खेल रखे गए जिसमें अध्यापकों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। छात्राओं के द्वारा भू्रण हत्या पर शानदार लघुनाटिका प्रस्तुत की गई जिसने सबका मन मोह लिया। इसके अलावा समूह गान भी प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर प्रधानाचार्या निशा भलूनी ने शिक्षक दिवस की अहमियत पर प्रकाश डाला व छात्राओं का आहवान किया कि इस अवसर पर हमें डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन करना चाहिए। उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपने शिक्षकों व माता पिता का स मान करते हुए उन्हें अच्छा विद्यार्थी व अच्छा नागरिक बनने का प्रयास करना चाहिए यही डा. राधाकृष्णन के प्रति सच्ची श्रद्धाजंलि होगी।

 एसवीएम में भी मनाया टीचर डे

शिक्षक दिवस के पूर्व अवसर पर सरस्वती विद्या मंदिर उच्च विद्यालय विकासनगर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बच्चों ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद करते हुए शिक्षक दिवस पर अपने विचार व्यक्त किए। बच्चों द्वारा अनेक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। सभी अध्यापकों को प्रधानाचार्या अमित भारद्वाज द्वारा अध्यापकों के शस्त्र कहकर पैन भेंट किए गए। सभी बच्चों द्वारा शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी गई। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या अमिता भारद्वाज ने शपथ लेना तो सरल है पर निभाना गठित है गीत गाकर कार्यक्रम का समापन किया।

शिक्षक दिवस में कार्यक्रमों की धूम धूम

बाल शिक्षा निकेतन चक्कर शिमला में अध्यापक दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर प्रधानाचार्या कल्पना शर्मा ने सभी अध्यापकों को बधाई दी। कक्षा दूसरी के बच्चों ने नाटक प्रस्तुत किया। इस नाटक में अदिति, मोक्ष, हर्षित, मिशल, स्वपनील, उत्कर्ष, राहुल, वैदिक तमन्ना ने भाग लिया। कक्षा तीसरी में योगा में सक्षम, धु्रव, मानसी, नीतिका ठाकुर, रीतिका और पूजा ठाकुर ने भाग लिया। कक्षा चौथी बी के बच्चों ने हरियारिवी नाच मैनू घाघरा सिला दे रे प्रस्तुत किया। कक्षा छठी के बच्चों ने वो अलबेला मधुनैनोवाला पर नृत्य प्रस्तुत किया। इसमें अभिषेक, रिया, नीरज, रूचि, गौरव, नीलाक्षी, विक्रांत, आंचल, निखिल ने भाग लिया। कक्षा छठी बी के बच्चों ने राजस्थानी नाच कर धूम मचाई। इसमें आस्था, साजिया, स्नेहा, कृतिका, प्रियंका, रीतुल, अभय, धु्रव ने भाग लिया। कक्षा सातवीं-ए के कृतिका, रीतिका, तान्या, अंजलि, प्रीति, अंशिका ने गरबा नाच नगाड़े संग ढोल बाजे प्रस्तुत किया। कक्षा सातवीं बी के सभी बच्चों ने समूह गीत प्रस्तुत किया। कक्षा आठवीं ए के बच्चों ने कश्मीरी नाच, कक्षा आठवीं बी के बच्चों ने पंजाबी नाच, कक्षा नौवीं की छात्राओं ने राधा कैसे न जले पर नृत्य प्रस्तुत किया। कक्षा नौंवी के ही लड़कों ने नाटी, भागी चौंदा पर धूम मचाई। दसवीं ए की हर्षा, दीक्षा कौंडिल और मुनीष ने स्वागत प्रस्तुत किया। दसवीं बी के बच्चों ने भी इस अवसर पर अपनी प्रस्तुति दी।

एसपीएस में शिक्षक दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम

Swaran-Public-Schoolस्वर्ण पब्लिक स्कूल टूटीकंडी में शिक्षक दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। समारोह में डा. राधाकृष्ण की उपलब्धियों में स्कूल की अध्यापिका शैलजा वर्मा ने बच्चों को परिचित करवाया। उनका योगदान अध्यापक वर्ग को जो सम्मान प्रदान करता है वह राह बताई व अपने जीवन में उनके आर्दशों को अपनाने की सलाह दी। कक्षा सातवीं की छात्राओं ने गु्रप डांस जिसमें सोनिया, दिव्या, नताशा, वहीं दसवीं कक्षा की गितिका व प्रियंका व ज्योति ने राधा नाचे रहे पर गु्रप डांस किया। मस्ती की पाठशाला लघु नाटिका में विशु पाल, सोनिया, आदित्य अंशु, खुशबू, सौरव, जीतन ने कक्षा का दृश्य स्टेज पर फिल्माया। इस अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्या सीमा मेहता ने विद्यार्थियों को बताया कि शिक्षक एक दीए की तरह शिषय के जीवन को रोशन करता है।

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सेंट बीड्स में भी समारोह का आयोजन

सेंट बीडस कालेज शिमला में शुक्रवार को शिक्षक दिवस मनाया गया। समारोह का शुभारंभ कालेज की प्रधानाचार्य डा. बिना जॉन ने द्वीप प्रज्जवलित कर किया। इसके बाद कालेज की छात्राओं ने शिक्षकों के सम्मान में कविताओं, गीतों और नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां पेश की। इस अवसर पर छात्राओं ने शिक्षकों के लिए विभिन्न गेम्स भी आयोजित की जिसमें शिक्षकों ने भी भाग लिया। समारोह का समापन प्रधानाचार्य द्वारा केक काटकर किया गया। इस दौरान कालेज बैंड द्वारा भी प्रस्तुति पेश की गई।

एचपीएस में भी दी नन्हों ने प्रस्तुतियं

HPS.Chharabहिमालयन पब्लिक स्कूल में भी स्कूल के नन्हे-मुन्नों ने शिक्षक दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस अवसर पर वहां मौजूद बच्चों के अभिभावकों व शिक्षकों ने कार्यक्रम का खूब आनंद उठाया। सभी बच्चों ने बेहतरीन प्रस्तुतियां देकर सभागार में मौजूद सभी लोगों को भाव-विभोर कर दिया। इस दौरान बच्चों ने शिक्षकों को विभिन्न प्रकार के उपहार भी भेंट स्वरूप दिए। शिक्षकों ने भी अपने शिष्यों को आशीर्वाद देते हुए उनके भविष्य की शुभकामनाएं दी।

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केंद्रीय विद्यालय जाखू में मनाया टीचर-डे; शिक्षकों के लिए बच्चों ने दी प्रस्तुतियां

KV-Jakhoo-(2)वॉलीबॉल का मैच भी खेला बच्चों व शिक्षकों ने बच्चों-शिक्षकों ने बिखेरे जलवे शिक्षक दिवस पर केंद्रीय विद्यालय जाखू में शनिवार को स्कूली बच्चों द्वारा शिक्षकों के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बच्चों ने अपने शिक्षकों के प्रति आदर की मिसाल पेश करते हुए विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी और शिक्षक दिवस की बधाई दी। शिक्षकों के मनोरंजन के लिए अलग-अलग तरह के सांस्कृतिक और स्पोट्र्स खेलों का भी आयोजन किया गया।

KV-Jakhoo-(1)इस दिवस को और मनोरंजक बनाने के लिए शिक्षकों व बच्चों के बीच एक फ्रेंडली वॉलीबॉल का मैच भी खेला गया। इस मैच में भी शिक्षकों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की। इसके साथ ही बच्चों ने शिक्षकों के मनोरंजन के लिए अन्य खेलों का भी आयोजन इस दौरान किया। जिसमें म्युजिकल चेयर, डेयर गेम में शिक्षकों ने बच्चों के साथ खुब मस्ती की। कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। शिक्षक दिवस पर आयोजित किया गया फैशन शो। इस फैशन शो के दौरान शिक्षकों और बच्चों ने एक साथ रैम्प पर अपनी अदाओं के जलवें बिखेरे। रैम्प पर अपने शिक्षकों के साथ मंच शेयर करते हुए बच्चों बेहद उत्साहित नजर आए। कार्यक्रम का शिक्षकों द्वारा खुब लुत्फ उठाया गया। अपने पसंदीदा शिक्षक की वेशभूषा में सजधन कर बच्चे भी स्कूल पहुंचे और कक्षाओं में पहुंच कर बच्चों ने अपने शिक्षकों की ही तरह अपने सहपाठियों को भी पढ़ाया।

KV-Jakhoo-(3)केंद्रीय स्कूल के प्रिंसीपल एसके मिश्रा ने बच्चों द्वारा शिक्षकों के लिए आयोजित किए कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से शिक्षकों और बच्चों के बीच आपसी सौहार्द और समझ बढ़ती है, तो वहीं बच्चे  भी शिक्षकों के साथ सहजता महसूस करते है। इस तरह के कार्यक्रम से जहां बच्चों की अपने शिक्षकों के प्रति स्नेह और आदर का भाव सलकता है, तो वही शिक्षकों को भी बच्चों के साथ पढ़ार्ठ के अलावा अन्य गतिविधियों में शामिल होने का अवसर मिलता है। शिक्षक दिवस पर स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में मंच संचालक के साथ-साथ सभी तरह की तैयारियां भी बच्चों ने शिक्षकों के मार्गदर्शन में पूरी की। कार्यक्रम के समापन अवसर पर शिक्षकों ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों की सराहना की और शिक्षक दिवस को इतना शानदार बनाने के लिए बच्चों के भविष्य की शुभकामनाएं की।

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