Tag: भीम सिंह
मां-बाप और बच्चे
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश।
फेल होकर घर लौटा लाल
बाप कहे उधेड़ूगा खाल
थोड़ा भी इसे आया न ख्याल
मस्ती में गवा दिया पूरा साल।
मेहनत मजदूरी करके पढ़ा रहा हूँ
बड़ी...
क्यों डरती है नारी
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश।
जानना चाहते हो इस देश में
क्यों डरती है नारी
यदि वह खुलकर जीना चाहे
तो अंजलि की तरह मारी जाती है बेचारी।
नारी सशक्तिकरण के
जितने लगा...
कठपुतलियां
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश।
अच्छे विचार, अच्छा व्यवहार
आदमी को बनाता महान
जो दूसरों को सुख देता
उसे सब सुख देता भगवान।
दिन हो या रात
धरती हो या आकाश
हर तरफ फैला...
साल बदलते हैं
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश।
साल बदलते हैं
विचार नहीं बदलते
एक दूसरे के साथ
व्यवहार नहीं बदलते।
वही सोच
वही भ्रष्टाचार
वही द्वेष, विरोध
वही तकरार
ऐसे ही चलता है
कुछ नहीं बदलता है।
कहने की बात...
मुबारक नया साल
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश।
नये साल में नाचें झूमें
मिलकर गायें मल्हार
आओ नया साल
खुशी खुशी मनाये
हो जाओ सब तैयार
मुबारक नया साल
सबको मुबारक नया साल।
नये साल में सब नर-नारी
बातें...
मैं उनको प्रणाम करता हूँ
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश।
गोली, बम्बों की आवाजें
जिन्हें नहीं डरा पाती हैं
जिनकी गोली दुश्मन का
सीना चीर निकल जाती है
मैं उनका गुणगान करता हूं
मैं उन्हें प्रणाम करता हूं।
जो...
उग्रवाद — भीम सिंह
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
सो रही है दुनिया
जाग रही हैं अखियां
मन की चिन्ता बढ़ा रही
अखबार की सुर्खियां ।
कुछ उग्रवादियों ने
सेना को ललकारा है
हमारे लाल ने भी वहां
आज...
शेर दिल — भीम सिंह
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश।
शेर दिल खड़ें हैं सरहद पर
दिन रात रहे दहाड़
दुश्मन कहीं दिखा नहीं
हुई समझो दो-फाड़।
थर-थर दुश्मन कांपता
छुपने को ढूंढता दिवार
इन शेरों से कोई हमें...
बाल कविता मुन्ना -मुन्नी
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
प्यारा मुन्ना, प्यारी मुन्नीया
माता-पिता की दुनिया ।
कभी हँसते, कभी रोते
कभी जागते कभी सोते।
इनकी खेल-कूद मन को भाती
थके हुए की थकान मिटाती।
सूरत इनकी भोली-भाली
बातें...
सोचता हूं किस पर क्या लिखूं — भीम सिंह
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
सोचता हूं किस पर क्या लिखूं
हर एक यहां परेशान है
सारे जहां में घूम कर देखा
सुखी दिखा नहीं इन्सान है।
कोई दुखी अपने पड़ोस से
कोई...
जीवन की सच्चाई — भीम सिंह
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
सपने सुनहरे देखकर
जो सो गया था रात को
सुबह वह उठ नहीं पाया
ले चले शमशान घाट को ।
यह जीवन की सच्चाई है
यहां कोई बाप...
बहती नदिया — भीम सिंह
भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
बहती नदिया से मैने पूछा
कहां तुम्हारी मंजिल है
धैर्य दृढ़ता से वह बोली
जाना जहां समन्दर है।
मंजिल तुम्हारी दूर बहुत है
कैसे वहां तक...