हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा है कि राज्य में योगासन को स्कूलों और कॉलेजों में एक विषय के तौर पर पढ़ाया जाएगा। सरकार इस संबंध में जल्दी ही जरूरी कदम उठाएगी। हिमाचल प्रदेश योगासन खेल संघ के साथ एक बैठक में शिक्षा मंत्री ने कहा कि योगासन सिर्फ व्यायाम या खेल नहीं है बल्कि मन और शरीर को स्वस्थ रखने तथा समूचे विश्व को भारत के साथ भावनात्मक रूप से जोड़ने की विद्या है। संस्था ने उन्हें एक ज्ञापन सौंपकर योग को स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ाए जाने की मांग की।
उन्होंने कहा योग विषय को कॉलेजों में पढ़ाने के लिए सिलेबस तैयार है। सरकार योग को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देना चाहती है ताकि समाज स्वस्थ रहें और नई पीढ़ी अन्य बुराइयों से भी बची रहे।
हिमाचल प्रदेश योगासन खेल संघ के प्रदेश महासचिव विनोद योगाचार्य ने बताया कि आज विख्यात योग गुरु प्रोफेसर जीडी शर्मा के नेतृत्व में संस्था का प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री से मिला। इसमें उपाध्यक्ष ई. पंकज डडवाल और प्रो. अजय श्रीवास्तव शामिल थे।
शिक्षा मंत्री को सौंपा ज्ञापन में कहा गया है कि वर्ष 2017 में स्कूलों में योग विषय के 60 पद सृजित किए गए थे। उन्हें भरने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए।
बैठक में यह भी कहा गया कि कॉलेज स्तर पर योग का पाठ्यक्रम तैयार हो चुका है इसलिए सहायक प्रोफेसर और योग इंस्ट्रक्टर के पद भी तुरंत सृजित किए जाएं।
संस्था के पदाधिकारियों ने मंत्री से कहा कि केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा योगासन को खेल का दर्जा दिए जाने के बाद देश में इसका व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार हो रहा है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद भी किया।