कीक्ली रिपोर्टर, 12 जून, 2015, शिमला

stimulus.12.6.15dस्वास्थ्य व परिवार कल्याण, राजस्व एवं विधि मन्त्री श्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय, कठिन और पिछड़े इलाकों में शीघ्र ही ऐसे क्षेत्र अधिसूचित करेगी, जहां दो वर्षों तक सेवाएं प्रदान करने के पश्चात एम.बी.बी.एस. चिकित्सकों को स्नातकोत्तर में प्रवेश के लिए पात्र माना जाएगा । इस योजना से इन क्षेत्रों में चिकित्सकों की कमी को दूर करने में मद्द मिलेगी । वह आज इन्दिरा गांधी मैडिकल कॉलेज, शिमला में सी.एस.ए. द्वारा आयोजित स्टीमुल्स-2015 के शुभारम्भ अवसर पर आयोजित समारोह के दौरान बोल रहे थे ।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, श्री वीरभद्र सिंह 15 जून, 2015 को आई. जी. एम. सी में एक करोड़ रूपये की लागत से निर्मित आधुनिकतम ई-लैक्चर थियेटर का लोकार्पण करेगें। उन्होंने कहा कि आई.जी.एम.सी. शिमला में शीघ्र ही बाई फाई सुविधा प्रदान कर दी जाएगी और नया ओ.पी.डी. ब्लॉक भी 2 वर्षो के भीतर तैयार कर लिया जाएगा । उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आई. जी. एम. सी में विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं चरणबद्ध तरीके से विकसित की जा रही हैं और इस दिशा में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। पिछले ढाई वर्षो के दौरान प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में विस्तर क्षमता 500 से अधिक बिस्तर बढ़ाई जा चुकी है ।

stimulus.12.6.15bश्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि आई.जी.एम.सी. के नए परिसर निर्माण के लिए शिमला के चमयाणा के पास 260 बीघा भूमि का चयन कर लिया गया है । के.एन.एच. में मातृ और शिशु अस्पताल का निर्माण कार्य प्रगति पर है इसके लिए 18 करोड़ रूपये व्यय किए जा रहे हैं ।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि आई.जी.एम.सी. में 2.5 करोड़ रूपये की लागत से आधुनिक डिजीटल मैमोग्राफी मशीन, 4 करोड़ रूपये की लागत से डी.एस.ए. मशीन और 75 लाख रूपये की लागत से डिजिटल रेडियोग्राफी मशीन स्थापित की जा रही है । उन्होंने कहा कि आई.जी.एम.सी. पुस्तकालय में किताबें और जनरल खरीदने के लिए पर्याप्त मात्रा में धन का प्रावधान किया जाएगा ।

stimulus.12.6.15cउन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा हर क्षेत्र में गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं और इसी के परिणाम स्वरूप आज प्रदेश स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश भर में मॉडल राज्य के रूप में उभरा है ।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने स्टीमुल्स-2015 की स्मारिका का विमोचन भी किया और आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए छात्रों को अपनी ऐच्छिक निधी से 15000 रूपये देने की घोषणा की ।

इस मौके पर महापौर नगर निगम शिमला, संजय चौहान, उप-प्रधानाचार्य, के.पी. चौधरी, अतिरिक्त निदेशक, आई.जी.एम.सी. के.के. शर्मा, एम.एस. आई.जी.एम.सी. डा. रमेश चन्द, एम.एस. डैन्टल कॉलेज डा0 नरवीर ठाकुर, एम.एस.के.एन.एच.एल.एस. चौधरी, कल्चरल एडवाईजर, सी.एस.ए. डा. पीयूष कपिला,  सी.एम.ओ. डा. राणा, आई.जी.एम.सी. के प्राध्यापक, छात्र, कर्मचारी और गणमान्य लोग उपस्थित थे ।

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