राजेश शर्मा, कीकली रिपोर्टर, 26 अक्टूबर, 2016, शिमला

42 स्वयंसेवकों ने लिया भाग; छात्राओं ने बताए नशे के दुष्प्रभाव; विशेषज्ञों ने भी विभिन्न मुद्दों पर किया जागरूक

राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर में 20 अक्तूबर से शुरू हुए एनएसएस शिविर का समापन बुधवार को हुआ। कार्यक्रम के समापन अवसर पर पोर्टमोर स्कूल की पूर्व छात्रा ऊषा और सुलक्षणा आर्य ने स्कूल कार्यक्रम में शिरकत की। ऊषा सुलक्षणा आर्य और स्कूल की प्रधानाचार्य निशा भलूनी ने शिविर में भाग ले रही छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को राष्ट्र सेवा के लिए हमेशा समर्पित रहने व विद्यार्थी जीवन में अनुशासन व मेहनत को सर्वोपरि मानते हुए अनुशासन में रहने के लिए प्रेरित किया।

इसके बाद प्रधानाचार्य निशा भलूनी ने भी स्वयंसेवियों को व स्कूली छात्राओं को संबोधित करते हुए खेलों के महत्व तथा अनुशासन व विद्यार्थियों को अपनी मंजिल तक पहुंचने के तरीके बताए। रमा कंवर ने मंच के माध्यम से बच्चों को राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत आने वाले क्रियाकल्पों में बढ़चढ़ कर भाग लेने का आह्वान किया।

शिविर में 42 बच्चों ने भाग लिया। शिविर के विशेष सत्र के दौरान विभिन्न भागों के पदाधिकारी व वक्ताओं ने विभिन्न विषयों पर छात्राओं को महत्वपूर्ण जानकारी दी। 20 अक्तूबर को मुख्यातिथि प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने छात्राओं को एनएसएस के उद्देश्यों व सफाई अभियान के बारे में जानकारी दी। वही 21 अक्तूबर को एसएचओ छोटा शिमला धर्म सिंह नेगी ने आज की युवा पीढ़ी में नशे की बढ़ती हुई लत से जीवन पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया। 22 अक्तूबर को डा. नीलम पठानिया ने युवा पीढ़ी को कम से कम सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग करने की सलाह दी तथा उनसे होने वाली हानियों से अवगत कराया। 23 अक्तूबर को अश्वनी धीमान संयुक्त निदेशक प्रोसिक्यूएशन ने महिलाओं के अधिकारों तथा उनकी सुरक्षा से संबंधित सरकार द्वारा बनाए गए विभिन्न कानूनों के बारे में जानकारी दी। 24 को संजीव कानूगो ने छात्राओं को मतदाता सूची में नाम अंकित करने के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। 25 अक्तूबर को प्रोमिल महता ने छात्राओं को फ्लोरीकल्चर से संबंधित जानकारी दी।

इस शिविर में सभी छात्राओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। विशेषकर पल्लवी, तमन्ना, आंचल, नेहा, समीक्षा, अंगिता, अंजली, ज्योति, अंकिता, आयुषी, स्वाति, काजल, शीतल, मधु, भारती, शैफाली ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सुमेघा (स्पेशल एजुकेटर) का योगदान सराहनीय रहा। शिविर का समापन छात्राओं द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियां देकर हुआ। ममता हांडा कार्यक्रम प्रभारी एनएसएस ने शिविर को सफलतापूर्वक संपन्न करने में सबका धन्यवाद किया।

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