समाज में हर व्यक्ति को पोषण तत्वों से युक्त आहार लेना जरूरी है ताकि वह स्वस्थ जीवन जी सके। यह बात जिला कार्यक्रम अधिकारी शिमला ममता पाॅल ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय पोषण माह कार्यशाला के दौरान कही। इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बीडीसी अध्यक्ष मशोबरा अनुराधा शर्मा उपस्थित रही। बाल विकास परियोजना वृत मशोबरा के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र ढांडा में मंगलवार को वृत स्तरीय पोषण माह का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पाॅल ने किया।

उल्लेखनीय है कि जिला में 01 से 30 सितम्बर 2023 तक सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण माह मनाया जा रहा है। ममता पॉल ने अन्नप्राशन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बच्चों को स्तनपान छोड़ने के बाद कौन-कौन से जरूरी पोषक तत्वों को दिया जाना जरूरी है। छः माह के बाद बच्चों को अन्नप्राशन का महत्व इसलिए अधिक जरूरी है, क्योंकि बच्चों का मानसिक व शारीरीक विकास संतुलित आहार लेने से ही निश्चित है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका तथा अन्य उपस्थित लोगों को पारम्परिक व्यंजनों को अपने आहार में शामिल करने के लिए कहा, ताकि स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।

महिला एवं बाल विकास विभाग की पोषण माह कार्यशाला : स्वस्थ जीवन और पोषण

उन्होंने लोहे की कढ़ाई में पारम्परिक व्यंजनों को बनाकर खाने की सलाह दी, क्योंकि लोहे की कढ़ाई में भोजन बनाने से जरूरी आयरन की कमी भी पूरी होगी। कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों के माता-पिता से ग्रोथ मॉनिटरिंग के बारे विस्तार से चर्चा की गई और बताया कि बच्चों का वजन हर माह क्यों जरूरी है क्योंकि इससे शरीर में किसी भी प्रकार की पाई जाने वाली कमी का पता चल सकेगा। इस दौरान 20 बच्चों का वजन और कद भी मापा गया। कार्यक्रम में दो बच्चों का अन्नप्राशन भी किया गया और उनके माता-पिता को पोषण के प्रति सचेत भी किया कि बच्चों के खानपान में कौन सी चीजें जरूरी पोषक तत्वों वाली शामिल करें।

इस दौरान दो महिलाओं की गोद भराई रस्म भी अदा की गई और उन्हें गर्भावस्था के दौरान आवश्यक संतुलित आहार लेने की भी सलाह दी गई, ताकि स्वस्थ शिशु का जन्म हो सके। इस अवसर पर लोहे की कढ़ाई में व्यंजन बनाकर दिखाया गया तथा गर्भवती महिलाओं को उपहार स्वरूप लोहे की कढ़ाई दी गई । कार्यक्रम का संचालन बाल विकास परियोजना अधिकारी रूपा रानी ने किया।

उन्होंने मुख्यातिथि के स्वागत किया और विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे मे सभी को अवगत करवाया। इस दौरान विभिन्न पारम्परिक व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें उत्पाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व स्थानीय महिलाओं द्वारा तैयार किए गए थे। इस कार्यक्रम में पोषण अभियान से आए जिला समन्वयक नीरज भारद्वाज भी उपस्थित रहे। इसके अलावा परियोजना वृत मशोबरा की वृत पर्यवेक्षकों के अलावा वार्ड मेंबर ईशा, आशा वर्कर सोमलता, चम्पा व करीब 80 लोग उपस्थित रहे।

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