July 6, 2025

Tag: poems

spot_imgspot_img

पतंग की डोर

अभिमन्यु कमलेश राणा उसे ढील दो है पतंग की डोर जो छूना चाहते गर आसमानों को औरों को भी उड़ने दो पेंच लड़ाने उलझे जो थाम लोगे अपनी उड़ान को सफर...

सोचती हूँ — दीप्ति सारस्वत का काव्य संग्रह विमोचन

कीकली रिपोर्टर, 25 दिसंबर, 2018, शिमला हिमाचल की बेटियाँ किसी से कम नहीं, इसका ज्वलंत उदाहरण आज क्रिसमस के अवसर पर राजधानी दिल्ली में उस...

क्रिसमस

उमा ठाकुर, शिमला सैंटा क्लाज पोटली समेटे, घूम रहा है शहर–शहर, गाँव–गाँव, गली-गली में, तौहफ़ों का अंबार यिशु का प्यार लिए ।। शहर-शहर सैंटा बना क्रिसमस पार्टी की...

कुत्ते कविता और मैं 

सीताराम  शर्मा  सिद्धार्थ कुत्ते कविता और मैं हम तीनों साथ रहते हैं सुबह होती है मैं सोया पड़ा हूं सबसे पहले  कुत्ते भौंक कर भरते हैं वातावरण में चैतन्यता मुझे जगाते...

Life

Dr. Anjali Dewan, St. Bede’s College, Shimla We are all running Some towards their destiny others to accomplish their goals but we have paid a price we have become...

Raindrops

Dr. Anjali Dewan, St. Bede’s College, Shimla Raindrops falling on the window panes creating melodies for the ears I see images looking at me some far, some near some...

Daily News Bulletin