उत्तरी फ्रंटियर स्तर पर्वतारोहण अभियान जोकि हिमाचल प्रदेश की स्पिती घाटी में किया जा रहा है, का फ्लैग ऑफ मनोज सिहं रावत, अपर महानिदेशक, पश्चिमी कमान, भा०ति०सी०पुलिस बल, एवं संजय गुंजयाल, महानिरीक्षक, उत्तरी फ्रंटियर, तथा श्री प्रेम सिंह, उप-महानिरीक्षक, क्षेत्रीय मुख्यालय, (शिमला) भा.ति. सी. पु.बल की गरिमामय उपस्थिति में किया गया।

फलैग ऑफ कार्यक्रम की शुरूआत प्रेम सिंह, उप महानिरीक्षक, क्षेत्रीय मुख्यालय (शिमला) भा.ति.सी.पु. बल के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होनें बताया कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल बार्डर गार्डिंग डियुटियों के अतिरिक्त बचाव एवं राहत कार्यों तथा Mountaineering Expedition के लिए भी जाना जाता है तथा भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल द्वारा आयोजित यह 225वाँ पर्वतारोहण अभियान है। यह अभियान हिमाचल के स्पिति इलाके में कठिन एवं उच्च तुंगता वाले क्षेत्र में आयोजित किया जा रहा उन्होनें यह भी बताया कि यह अभियान स्वयं में एक चुनौती है, क्योंकि इसमें शामिल दोनों चोटियां आरोहण हेतु पहली बार चुनी गई है इन अनाम चोटियों जिनकी ऊँचाई क्रमशः 6080 मी0 एवं 6263 मी० है जोकि Virgin Peaks है।

अतः इन चोटियों के आरोहण हेतु मार्ग पूर्व-निर्धारित नहीं है, एवं इनका आरोहण अभी तक किसी के भी द्वारा नही किया गया है। आरोहण के दौरान मार्ग में आने वाली कठिनाईयों जैसे स्की, केवास, हिम दिवार, रॉक फेस आदि को भी सिखलाये हुये तरीको से पार करना होगा । बल कर्मियों को संबोधित करते हुए श्री मनोज सिहं रावत, अपर महानिदेशक, पश्चिमी कमान, भा०वि०सी०पुलिस बल ने सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दी एवं बताया कि इस पर्वतारोहण अभियान को सफलतापूर्वक पूर्ण करने हेतु श्री स्नेहदीप, उप सेनानी / जी.डी. को टीम लीडर, तथा श्री नरेन्द्र सिंह रावत, सहायक सेनानी / जी. डी. को डिप्टी लीडर, चयनित किया गया है एवं उत्तरी सीमांत के कुल 32 पर्वतारोही भाग ले रहे हैं।

अभियान दल के सदस्यों द्वारा स्वस्थ भारत अभियान के तहत Special diet में Millets (मोटा अनाज) आहार के रुप में भी उपयोग किया जा रहा है। अभियान के दौरान चिकित्सकों द्वारा आहार के रूप में उपयोग किये गये Millets (मोटा अनाज) की उपयोगिता एवं सकारात्मक प्रभावों के विषय में विश्लेषण किया जायेगा। साथ ही यह दल स्वच्छ भारत अभियान के तहत रास्ते में दिखाई देने वाले कचरे का भी निपटान करेगा। अंत में, फलैग ऑफ कार्यक्रम का समापन श्री चंदन सिंह भण्डारी, सेनानी, 43वीं वाहिनी के धन्यवाद भाषण से किया गया, जिन्हें इस अभियान को Trained करने व सफल बनाने की जवाबदारी दी गई हैं। सभी का धन्यवाद करते हुए चंदन सिंह भण्डारी, सेनानी, 43वीं वाहिनी ने बताया कि इस अभियान दल की सभी तैयारियां वे स्वयं और उनकी टीम Monitor करते रहे हैं, और वे इस अभियान की सफलता के बारे में पूर्णतः आश्वस्त हैं। संलग्न- ग्रुप फोटो टीम फतेह।

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