राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय चैड़ा मैदान में ‘वो दिन योजना’ के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रधानाचार्य डाॅ. अनुपमा गर्ग ने की। उन्होंने बताया कि इस योजना का उद्देश्य स्वच्छ माहवारी प्रबंधन, एनीमिया के कारण व रोकथाम व बच्चे के पहले 1000 दिन के बारे में जागरूकता फैलाना है। उन्होंने बच्चों को स्वच्छता की आदतें अपनाने बारे व पौष्टिक आहार के साथ व्यायाम अपनाने के बारे में भी बताया।

इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से अतिथि वक्ता डाॅ. स्वाति शर्मा ने भी इस विषय को आगे बढ़ाते हुए महिलाओं में मासिक धर्म के समय होने वाली समस्याओं व उसके समाधान के बारे में बताया और आयुर्वेदिक विभाग से डाॅ. मधु मधान ने सभासदों को बेहतर जीवन जीने के तरीको व एनीमिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

जिला कार्यक्रम अधिकारी शिमला ममता पाॅल ने कार्यक्रम की रूपरेखा रखते हुए बताया कि इस योजना के अंतर्गत जिला शिमला के सभी बाल विकास परियोजनाओं में समय-समय पर विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और अधिनियमों पर विस्तृत जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन शिमला ने इस विषय के तहत मासिक धर्म की भ्रांतियों पर आधारित एक लघु वृत्तचित्र (रेड टेबू) भी बनाई गई है, जिसको वहां उपस्थित सभासदों को दिखाया गया। बाल विकास परियोजना अधिकारी शिमला शहरी स्नेह लता नेगी ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के ‘वीमेन सेल’ की संयोजक सुनीता शर्मा, अन्य प्राध्यापकगण व अन्य लोग उपस्थित थे।

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