सेंट एडवर्ड में मॉकड्रिल से बताए आपदा से बचाव के गुर सायरन बजते ही डेस्क के नीचे छिपे छात्र सेंट एडवर्ड स्कूल में मंगलवार प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए छात्रों के लिए मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। मॉकड्रिल में छात्रों को जानकारी दी गई कि यदि अचानक भूकम्प या आगजनी जैसी कोई भी बड़ी आपदा आए, तो किस प्रकार उन्हीें जान बचानी है। स्कूल में यह मॉकड्रिल एनसीसी की ओर से आयोजित की गई थी। मॉकड्रिल के जरिए छात्रों को आपदा से निपटने बारे जानकारी देते हुए एनसीसी अधिकारी सतीश चंद्र ने बताया की कभी भूकम्प आने पर तीन बातों का खास ख्याल रखें। इसमें रुको, दौड़ो और छुपो। उन्होंने कहा की यदि भूकम्प जैसी आपदा आती है तो पहले हमे रुक जाना चाहिए और और सुरक्षित जगह देखनी चाहिए। यदि उस दौरान कमरे में है तो, तुरंत बाहर आ जाना चाहिए या फिर किसी बेड टेबल के नीचे झुक या छुप जाना चाहिए। उन्होंने कहा की ऐसे समय में दौड़ कर खुले मैदान में आने का प्रयास करना चाहिए जिससे बचा जा सके। एडवर्ड स्कूल में सायरन बजते ही शिक्षकों छात्रों ने डेस्क के नीचे छुपकर बैठ गए जबकि कुछ छात्रों ने आपातकाल द्वार के जरिए मैदान की ओर दौड़े। वही बाहर मौजूद छात्रों ने घायल छात्रों को ढूंढने का प्रयास किया और आपदा प्रबंधन के दौरान सिखाए गए तरीकों से घायल छात्रों को खुले में पहुंचाया जहां उनका प्रशिक्षित छात्रों ने मरहम किया और नजदीकी अस्प्ताल पहुंचाने का प्रबंध किया। सतीश ने बताया की स्कूल में प्रतिवर्ष आपदा प्रबंधन पर एक मॉकड्रिल का आयोजन किया जाता है। जिसमे छात्रों को बताया जाता है की आपदा आने पर हमे सूझ बूझ से काम लेना चाहिए और सुक्षित स्थान की और जाना चाहिए वही आपदा के दौरान घायल लोगों के बचाव का कार्य भी करना चाहिए ताकी किसी की जिंदगी को बचाया जा सके। मॉकड्रिल के दौरान स्कूल के प्रिंसिपल फादर अनिल सकवेयरा, वाईस प्रिसिंपल फादर नवीन स्कूल के सभी स्टाफ व सभी छात्र मौजूद थे।