हिमवाणी -हिमाचली भाषा, लोक साहित्य व संस्कृति के संरक्षण हेतु वचनबद्ध है, अब तक हिमवाणी फेसबुक पेज पर हिमाचली भाषा के 700 एपिसोड पूरे हो चुके हैं और यह कारंवा आगे भी ज़ारी रहेगा. बहुत से साहित्यकारों ने कविताएं व लेख प्रस्तुत कर हिमाचल की विभिन्न जिला की बोलियों को आम जनमानस तक पहुंचाने का प्रशंसनीय कार्य किया है जिन साहित्यकारों,लेखकों व कवियों ने अपनी उपस्थिति से पटल को गौरवान्वित किया है उनमें प्रमुख रूप से शामिल है आदरणीय धर्म पाल भारद्वाज कोटगढ़ शिमला,ओम प्रकाश शर्मा जिला शिमला,गोपाल भारद्वाज जिला शिमला, स्व.नवीन हलदूणवी जिला कांगड़ा,स्व.देवराज संसालवी जिला कांगड़ा |

अशोक दर्द जिला चम्बा, रोशन लाल पराशर जिला बिलासपुर,कृष्णचंद महादेविया जिला मंडी ,प्रत्यूष गुलेरी जिला कांगड़ा, विरेन्द्र शर्मा ‘वीर’ जिला कांगड़ा,अनंत आलोक जिला सिरमौर, हरिप्रिया जिला मंडी ,निर्मला चंदेल जिला मंडी, श्यामा जैन जिला सोलन, शीला सिहं जिला बिलासपुर, वसुन्दरा धर्माणी जिला बिलासपुर, जय महलवाल,जिला बिलासपुर,पौमिला ठाकुर जिला मंडी, कृष्णा ठाकुर जिला कुल्लू, कल्पना ठाकुर जिला शिमला,प्रमोद कुमार हर्ष जिला मंडी, सुनिता ठाकुर जिला मंडी ,बाबू राम आज़ाद जिला शिमला, रविन्द्र कुमार शर्मा जिला बिलासपुर, सुरेन्द्र मिन्हास जिला बिलासपुर, नरेन्द्र कुमार शर्मा जिला शिमला,वंदना राणा जिला कांगड़ा,कौशल्या ठाकुर जिला शिमला,कल्पना गांगटा जिला शिमला,वीना वर्धन जिला बिलासपुर, जय पाल नेगी जिला किन्नौर,रजनीकान्त जिला उना, भगवान प्रकाश जिला कुल्लू,उमा ठाकुर जिला शिमला आदि |

फेसबुक पेज के अलावा हिमालयन गलोबल विलेज, हिमवाणी यूटयूब चैनल और वेबसाइट https://himvanishimla.wordpress.com के माध्यम से भी हिमाचली भाषा व लोक साहित्य को विश्व पटल पर पहुंचाने का काम बखूबी हो रहा है.आप भी हिमाचली भाषा या हिन्दी मे रचनाए या विडियो भेज कर हिमाचली भाषा के संरक्षण और संवर्धन मे अपना बहुमूल्य योगदान दे सकते है|

हिमाचली भाषा का सोशल मीडिया के माध्यम से संरक्षण और संवर्धन

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