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खिल सकते है दबे हुए मसले हुए फूल शर्त ये है उन्हें सिने से लगाना होगा|

शिष्टाचार — रणजोध सिंह

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रणजोध सिंह भोला राम जिसे प्यार से गाँव के सभी लोग भोलू कहकर पुकारते थे, आरम्भ से ही न केवल कुशाग्र बुद्धि का स्वामी था अपितु अत्याधिक मेहनती भी था | यही...

“व्यक्तित्व – बातचीत का कारवां” – Pritha Doegar In Conversation with Meenakshi Faith Paul

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When you label people, you are basically labelling yourself; it is your own mindset that you are projecting! – Meenakshi Faith Paul The second episode of “व्यक्तित्व - बातचीत का कारवां” featured...

व्यक्तित्व — बातचीत का कारवां: 52 Weeks; 52 Personas; 52 Interviews

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व्यक्तित्व — बातचीत का कारवां - Chance for Students to take Interviews & be Mentored Keekli Book Club presents yet another innovative idea that gives wings to our young budding readers and...
जनाना री रोटी (पहाड़ी संस्करण): रणजोध सिंह

खुशियों की चाबी — रणजोध सिंह

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रणजोध सिंह श्याम प्रसाद जी अपने तीनों पुत्रों, पुत्र-वधुओं तथा पोते-पोतियाँ संग सड़क पर खड़े होकर अपने भतीजे की शादी में शामिल होने के लिए बस का इन्तजार कर रहे थे |...
जनाना री रोटी (पहाड़ी संस्करण): रणजोध सिंह

उड़ान — रणजोध सिंह

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रणजोध सिंह विवाह के लगभग तीन साल बाद केसरो अपने गांव की सबसे सुघड़ महिला जिसे सभी लोग प्यार से ‘मौसी’ कहते थे, से मिलने आई थी | अकसर बेटियाँ विवाह उपरांत...
Love Story

Golden Radiance and Silver Luminescence: A Love Story

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Khushboo Agrahari, New Delhi Once upon a time, in a celestial realm far beyond the reach of humanity, there existed a magical love story between the Moon and the Sun. They were...

जल्लाद बुढ़िया — जयवन्ती डिमरी

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जयवन्ती डिमरी आज सुबह शोरगुल से फिर उसकी नींद खुल गयी। खिड़की खोलकर बाहर झांका। बिल्कुल घुप्प अंधेरा था। उसने जी-भर कर इस मोहल्ले को कोसा। चार पैसे बचाने के चक्कर में...

नटखट भयो राम जी — गंगा राम राजी

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गंगा राम राजी  दादा राम के घर दो पोते, बस समझो सारे घर में कोहराम सा मच जाता जब दोनों बच्चे स्कूल से घर पहुंचते। दादा की नजरें भी पोते पर हमेशा...
जनाना री रोटी (पहाड़ी संस्करण): रणजोध सिंह

अभाव की राजनीति (बाल कहानी) — रणजोध सिंह

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रणजोध सिंह सिद्धार्थ जी, यूं तो सरकारी स्कूल में राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक थे, मगर फिर भी गांव के लोग उन्हें मास्टर जी तथा बच्चे गुरु जी कहकर ही पुकारा करते थे...
जनाना री रोटी (पहाड़ी संस्करण): रणजोध सिंह

उपहास (कहानी) — रणजोध सिंह

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रणजोध सिंह मई का महीना था| शिमला का माल रोड सदा की भांति सैलानियों से भरा हुआ था| कंबरमियर पोस्ट ऑफिस के पास इंदिरा गांधी युवा खेल परिसर में सैलानियों को आकर्षित...

Book Review by Santanu Dey — 51 Scintillating Tales – Short Stories by Children

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Meet Santanu Dey and his take on the Book -- 51 Scintillating Tales - Short Stories by Children. He was one of the winners whose story was featured, and now he...

When Will My Story Get Published in a Book? — Midori Das: 51 Scintillating...

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Midori Das (Class IV, Cambridge School, New Delhi) Full of life and imaginative, Midori can weave a story from nearly anything she experiences or sees. She started writing at six and draws most...