भीम सिंह नेगी, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश।
जो दर्द है
मेरे सीने में
उसका तुम्हें
आभास नहीं
अपने हो या बेगाने
किसी पर आज
बिश्वाश नहीं
सबको अपना सुख चाहिए
छोटे हों या बड़े
आज राह में अपने ही
तलवारें लेकर हैं खड़े
मैं तो इक नारी हूं
जिसे तलाश अपनों की
कब तब सूली पर चढू़गी
दिखाये झूठे सपनों की।
Keekli’s Vision After the Release of Fiction Treasure Trove & Himachal Ke Rang