भीम सिंह, गांव देहरा हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश ।

मात-पिता को जीवन में
मैं हरपल याद करूं
इतनी शक्ति देना प्रभु
पितरों के नामित श्राद्ध करूं ।

आशीर्वाद मिले पूर्वजों का
तो फले-फूले परिवार
इनकी कृपा से अन्न धन के
हमेशा भरे रहें भण्डार ।

हाथ जोड़ कर हम करें
प्रभु आपसे अरदास
सदा आपके श्री धाम में
रहे हमारे पूर्वजो का बास।

क्रोध पितरों का बुरा
कभी करता नहीं कल्याण
वह घर ही घर नहीं रहता
जहां पितरों को मिलता नहीं सम्मान।

जन्म – मरण के रहस्य से
हम सब है प्रभु अनजान
भूल हमारी तुम माफ करना
हे परमपिता भगवान ।

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